महालक्ष्मी मंदिर, कोल्हपुर, महाराष्ट्र / Mahalaxami Temple in Kolhapur, Maharashtra

Mahalaxami Temple 

महालक्ष्मी मंदिर


महालक्ष्मी मंदिर महाराष्ट्र राज्य के कोल्हपुर जिले में स्थित है। यह मंदिर मुंबई से लगभग 400 किमी की दूरी पर स्थित है। 


यह एक शाक्तिपीठ है। अलग अलग पुराणों मे शाक्तिपीठों की संख्या अलग अलग दर्जा है। देवी भागवत में 108 और देवी गीता में 72 शक्तिपीठों है। वहीं देवी पुराण में 51 शक्तिपीठ बताए गए हैं। 

इस स्थल पर देवी सती माता के नेत्र गिरे थे। यह शाक्तिपीठ पूरी भारतवर्ष में प्रसिध्द है। 
Mahalaxami Temple in Kolhapur


मंदिर के बाहर लगे शिलालेख से पता चलता है कि इस मंदिर का निर्माण सातवीं शताब्‍दी में चालुक्य वंश के राजा कर्णदेव ने करवाया था। माना जाता है कि इस मंदिर में स्‍थापित माता लक्ष्मी की प्रतिमा लगभग 7,000 साल पुरानी है। मंदिर के अन्दर नवग्रहों , भगवान सूर्य, महिषासुर मर्दिनी, विट्टल रखमाई, शिवजी, विष्णु, तुलजा भवानी आदि अनेक देवी देवताओं के भी मंदिर स्थित है। इसके अलावा मंदिर के आंगन में मणिकर्णिका कुंड पर विश्वेश्वर महादेव मंदिर भी स्थित है। 

Mahalaxmi Temple in Kolhapur


मंदिर में महालक्ष्मी की प्रतिमा एक काले पत्थर के मंच पर विराजमान है। महालक्ष्मी की चारों हाथों वाली प्रतिमा विराजमान है माता की प्रतिमा को कीमती गहनों से सजाया गया है। माता का मुकुट लगभग चालीस किलोग्राम वजन का है जो बेशकीमती रत्‍नों से मड़ा हुआ है। महालक्ष्मी की प्रतिमा की ऊंचाई करीब 3 फीट है। महालक्ष्मी की मूर्ति भी काले पत्थर से निर्मित है। मंदिर की एक दीवार पर श्री यंत्र पत्थर पर उकेरा गया है। देवी की मूर्ति के पीछे पत्‍थर से बनी उनके वाहन शेर की प्रतिमा भी स्थित है। देवी माॅ के मुकुट में भगवान विष्णु के प्रिय सर्प शेषनाग का चित्र बना हुआ है। महालक्ष्मी की पालकी सोने की है। महालक्ष्मी का मुख पश्चिम में है। देवी के सामने की पश्चिमी दीवार पर एक छोटी सी खुली खिड़की है, जिससे होकर सूरज की किरणें माता का अभिषेक करती है। हर साल मार्च और सितंबर महीनों के 21 तारीख के आसपास तीन दिनों के लिए  देवी लक्ष्मी का पग का अभिषेक करते मध्य भाग पर आती हैं और अंत में उनका मुखमंडल को रोशन करती हैं। 

माना जाता है कि नवरात्रि में यहां हर दिन देवी पालकी में बाहर आकर पूरे परिसर में भ्रमण करती हैं। हर नवरात्रि के उत्सव काल में माता जी की शोभा यात्रा कोल्हापुर शहर मंे निकाली जाती है। माता जी के दर्शन करने के लिए लाखों लोग आते है। 

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