Maihar
मैहर
मैहर मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित एक छोटा सा नगर है। मैहर सतना जिले की तहसील है। यह एक प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थस्थल है। मैहर में शारदा माता का मंदिर प्रसिद्ध है जो एक पहाडी के उपर स्थित है जहां से आप मैहर के प्राकृतिक सौन्दर्य के दर्शन कर सकते है। मैहर कैमूर तथा विंध्य की पर्वत श्रेणियों में स्थित है। मैहर में शारदा माता का मंदिर त्रिकूट पर्वत के मध्य 600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह ऐतिहासिक मंदिर है और यहां 108 शक्ति पीठों में से एक है। यह पीठ सतयुग के प्रमुख अवतार नृसिंह भगवान के नाम पर ‘नरसिंह पीठ’ के नाम से भी विख्यात है। स्थानीय लोगों के अनुसार आल्हा एवं ऊदल नाम के दो महान योध्दा थे जिन्होने पृथ्वी राज चैहान के साथ युध्द किया था। आल्हा एवं ऊदल दोनों भाई शारदा माता के उपासक थे। आल्हा एवं ऊदल ने ही जंगल में शारदा माता के मंदिर की खोज की थी। इसके बाद आल्हा ने 12 साल तक तपस्या करके शारदा देवी को प्रसन्न किया था और माता ने उन्हें अमर होने का वरदान दिया था। आल्हा देवी शारदा को शारदा माई कहकर पुकरते थे। तब से यह मंदिर शारदा माई के नाम से प्रसिध्द हो गया । आज भी सबसे पहले दर्शन आल्हा और उदल ही करते है। मंदिर के पीछे पहाडी की तलहटी पर एक तालाब है जिसे आल्हा तालाब कहा जाता है। तालाब से थोडा आगे एक आखडा है जिसमें आल्हा एवं उछल कुश्ती लडा करते थे। मां शारदा के बगल में प्रतिष्ठा नरसिंहदेव जी की पाषाण मूर्ति आज से लगभग 1500 वर्ष पूर्व की है। शारदा मंदिर शहर से 5 किमी की दूरी पर स्थित है। मंदिर में शारदा देवी की एक पत्थर की मूर्ति है जिनके पैरों के पास एक प्राचीन शिलालेख है। आपको इस मंदिर तक पहुॅचने के लिए 1063 सीढियाॅ चढानी पडती है। इस मंदिर में पहुॅचने का एक मार्ग और है रोपवे । आप रोपवे के द्वारा मंदिर तक जा सकते है। इसके लिए आपको उचित चार्ज देना पडता है। मंदिर में शारदा माता के अलावा श्री काल भैरवी, हनुमान जी, देवी काली, श्री गौरी शंकर, शेषनाग, फूलमति माता, ब्रहमदेव एवं जालपा देवी की पूजा की जाती है।
शारदा मंदिर में प्रतिदिन हजारों दर्शनार्थी आते हैं । यहां पर वर्ष में दोनों नवरात्रों में मेला लगता है जिसमें लाखों लोगों शारदा माता के दर्शन करने आते है।
शारदा माता का मंदिर |
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