Madan Mahal Fort or Durgawati Fort
मदन महल किला या रानी दुर्गावती का किला
यह किला भारत के मध्यप्रदेश राज्य के जबलपुर जिले मे स्थित है। यह जबलपुर के मदनमहल क्षेत्र में स्थित है। यह किला जमीन से लगभग ५०० मीटर की ऊँचाई पर बना हुआ है। इस किले को गौंड़ राजा मदन शाह द्वारा 1100 ई में बनाया गया था। यह किला आज खंडहर में तब्दील हो चुका है फिर भी यहां पर आप शाही परिवार का मुख्य कक्ष, युद्ध कक्ष, छोटा सा तालाब और अस्तबल देख सकते हैं। यह भवन अब भारतीय पुरातत्व संस्थान की देख रेख में है। यह किला राजा की मां रानी दुर्गावती से भी जुड़ा हुआ है, जो कि एक बहादुर गोंड रानी के रूप के जानी जाती है। माना जाता है कि मुगलों द्वारा हमले किए जाने के कारण इस किले को उस समय वाॅच टावर के रूप मे बदलना पडा। इस किले में गुप्त सुरंग मिली थी जिन्हें अब बंद कर दिया गया है। माना जाता है कि यह सुंरग मंडला जाकर खुलती थी। इस सुरंग के रास्ते रानी दुर्गावती मंडला से इस किले तक आती थीं। किले के रास्ते में शारदा मंदिर भी स्थित है। कहा जाता है कि रानी दुर्गावती इस मंदिर में पूजा करती थी। इस किले के बारे मे एक कहानी प्रचलित है कि यहां दो सोने की ईटें गड़ी हुई हैं। जिसे अब तक कोई खोज नहीं जा सका है। यह कहानी एक कहावत के कारण प्रचलित हुई है।
मदन महल की छाँव में, दो टोंगों के बीच।
जमा गड़ी नौं लाख की, दो सोने की ईंट
Madan Mahal Fort |
मदन महल किले को एक बडी ग्रेनाईट चटटान को तराशकर बनाया गया है। किले की चोटी से आप जबलपुर शहर का खूबसूरत नजारा देख सकते है। मदन महल का किला जबलपुर रेल्वे स्टेशन से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है और मदन महल स्टेशन से 2 किमी की दूरी पर स्थित है। आप इस किले में मेट्रो बस आॅटो या अपने निजी वाहन से पहुॅच सकते है।
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